सुभाषचंद्र गुई ने कहा कि 10 अगस्त को मेरी विवाहित बड़ी बेटी प्रियंका डॉक्टर के पास इलाज करवाने के लिए घर से निकली थी। लेकिन उसके बाद संध्या तक घर नहीं लौटी। जिसके बाद से हमलोगों ने तलाश शुरू की। लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया। उसका मोबाइल भी नहीं लग रहा है। अगले दिन केतुग्राम थाना में गुमशुदगी की शिकायत की गई। लेकिन अब तक उसका कोई पता नहीं चल पाया है। छह वर्ष पहले उसी गांव के पार्थसारथी गुईं के साथ उसकी शादी हुई है। जिसका एक चार वर्ष का संतान भी है। उन्होंने कहा कि अनुमान किया जा रहा है कि किसी ने मेरी बेटी का अपहरण कर लिया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय थाना की पुलिस द्वारा कोई सुराग नहीं मिलने पर पुलिस अधीक्षक को भी मामले से अवगत करवाया गया है। उसके पति पार्थ ने कहा कि वहीं केतुग्राम थाने में जाकर पुलिस से पूछताछ करने पर सही व्यवहार भी वे लोग नहीं कर रहे है। पुलिस का कहना है कि उसकी तलाश की जा रही है।