यूपी में कांग्रेस के टारगेट पर 50 से 70 सीटें

सीएलमनोज,नईदिल्लीउत्तरप्रदेशविधानसभाचुनावकेलिएतैयारियोंकेबीचकांग्रेसनेतृत्वपर्देकेपीछेतीनटारगेटपरकामकररहीहै।पार्टीकामुख्यमकसदराजनीतिकलिहाजसेदेशकेसबसेअहमराज्यमेंबीजेपीकोसत्तासेबाहररखनाहै।कांग्रेसकागोल50सीटेंकेआंकड़ेकोपूराकरनाहै,जोलक्ष्यपार्टीराज्यकेपिछले6विधानसभाचुनावोंमेंनहींकरपाई।पार्टीनेताओंकोलगताहैकिइसटारगेटकोपूराकरनेसेबाकीमिशनभीसंभ‌वहोसकतेहैं-यूपीचुनावमेंखंडितजनादेशकीसंभावनाकोबढ़ानाऔरबीएसपीकेलिएऐसीस्थितिपैदाकरना,ताकिवहचुनावपूर्वरणनीतिकतालमेलऔरचुनावकेबादसहयोगकेलिएकांग्रेसकीतरफदेखसके।यूपीमेंचुनावप्रचारकीरणनीतिसेजुड़ेकांग्रेसकेएकसीनियरनेतानेबताया,'अगरकांग्रेस50सेज्यादासीटेंजीततीहै,तोइससेतीनप्रमुखपार्टियोंकाचुनावीआकलनगड़बड़ासकताहै,खासतौरपरयूपीकीसत्तापरबीजेपीकीकब्जाकरनेकीकोशिशकामामला।'कांग्रेसनेपिछलीबार1989केचुनावमें50सेज्यादासीटेंजीतीथीं।उसवक्तउसे94सीटेंमिलीथीं।1991मेंपार्टीको46,1993में28,1996में33,2002में25,2007में22और2012में28सीटेंमिलीथीं।कईवजहोंसेकांग्रेसकोइसबार50काआंकड़ापारकरनेकीउम्मीदहै।पार्टीनेताओंकाकहनाहैकि2012केचुनावमेंकांग्रेस32विधानसभासीटोंपरदूसरेनंबरपररहीथी।साथही,तीनसीटोंपरउसे500वोटोंसेहारमिलीथी।इसबारआक्रामकप्रचारअभियानकेकारणपार्टीकोउम्मीदहैकिकईसीटपरचुनावीलड़ाईकोजीतमेंबदलनेमेंकामयाबहोगी।हालांकि,कांग्रेसकहरहीहैकिवहइसबारअधिकतमसीटोंपरचुनावलड़ेगी,लेकिनपिछलेअनुभवोंनेपार्टीनेतृत्वकोव्यावहारिकभीबनादियाहै।2012केविधानसभाचुनावमेंकांग्रेसउम्मीदवारोंने355सीटोंपरचुनावलड़ाथा।इनमेंसे240सीटोंपरजमानतभीनहींबचापाई।सूत्रोंकेमुताबिक,इसबारकांग्रेसकेकैंपेनकामुख्यफोकसतकरीबन150-200सीटोंपरहोसकताहै।कांग्रेसनेताओंकायहभीमाननाहैकिराज्यविधानसभाचुनावमेंबीजेपीकेउभारसेजातिऔरधर्मसेजुड़ेसमीकरण(खासतौरपरदलितोंऔरमुसलमानों)बनसकताहै।मौजूदास्थितिमेंजहांजाटवजातिकेवोटोंकीगोलबंदीमायावतीकेपक्षमेंहोसकतीहै,जबकिबाकीदलितबीजेपीऔरकांग्रेसकीतरफरुखकरसकतेहैं।