नयीदिल्ली,19दिसम्बर(भाषा)दिल्लीउच्चन्यायालयनेअधिकगंधक(सल्फर)वालेपेट्रोलियमकोककेउद्योगोंमेंइस्तेमालकेमामलेमेंदायरजनहितयाचिकापरबुधवारकोकेंद्रसरकारऔरदिल्लीकीआमआदमीपार्टीसरकारसेउनकेजवाबमांगे।याचिकामेंकहागयाहैकिराष्ट्रीयराजधानीक्षेत्रमेंउद्योगऐसेपेट्रोलियमकोककाप्रयोगरहेहैंजिनमेंसल्फरकीमात्रा1.2प्रतिशतसेअधिकहैऔरइसकीवजहसेवायुकीगुणवत्ताखराबहोरहीहै।मुख्यन्यायाधीशराजेंद्रमेननऔरन्यायमूर्तिवीकेरावनेकेंद्रीयप्रदूषणनियंत्रणबोर्ड(सीपीसीबी)कोऔरउसकीपंजाब,राजस्थान,हरियाणा,उत्तरप्रदेशऔरदिल्लीकीअनुषंगीइकाईयों,ब्यूरोऑफइंडियनस्टैण्डर्ड(बीआईएस)कोभीनोटिसजारीकरकेउनसेजवाबमांगेहैं।फरियादीविनोदकुमारदुबेनेअपनीयाचिकामेंआरोपलगायाहैकिहालांकिदिल्लीनेफरनेसऑयलऔरपेट्रोलियमयापेटकोककेइस्तेमालपर1996मेंप्रतिबंधलगादियाथापरराष्ट्रीयराजधानीक्षेत्र(एनसीआर)मेंएल्युमिनियम,सीमेंट,रंगाई,कागज,ईंटऔरचीनीमिट्टीकासामानबनानेवालीकंपनियांइनकाप्रयोगकररहीहैं।पर्यावरणमंत्रालयनेपेटकोककेएनसीआरमेंआयातपररोकलगादीथीपरबीआईएसनेहालहीमेंइसकेप्रयोगकीअनुमतिदेदीथी।