सशर्त बातचीत का प्रस्ताव स्वीकार नहीं, दिल्ली के सभी प्रवेश मार्गों को बंद करेंगे : किसान संगठन

नयीदिल्ली/चंडीगढ़,29नवंबर(भाषा)नयेकृषिकानूनोंकेखिलाफराष्ट्रीयराजधानीकीसीमाओंपरपिछलेचारदिनसेप्रदर्शनकररहेकिसानसंगठनोंनेप्रदर्शनकारियोंकेउत्तरीदिल्लीकेबुराड़ीस्थितमैदानमेंजानेकेबादबातचीतशुरूकरनेकेकेंद्रकेप्रस्तावकोअस्वीकारकरदियाऔररविवारकोकहाकिवेकोईसशर्तबातचीतस्वीकारनहींकरेंगे।उन्होंनेचेतावनीदीकिवेराष्ट्रीयराजधानीमेंआनेवालेसभीपांचप्रवेशमार्गोकोबंदकरदेंगे।प्रधानमंत्रीनरेन्द्रमोदीनेरविवारकोअपने‘मनकीबात’कार्यक्रममेंकहाकिइनकृषिसुधारोंनेकिसानोंकोनयेअधिकारऔरअवसरदियेहैंऔरबहुतकमसमयमेंउनकीपरेशानियोंकोकमकरनाशुरूकरदियाहै।हालांकिइसकेबादभीगतिरोधकमहोतानहींदिखा।गृहमंत्रालयनेभीकिसानसंगठनोंकोआश्वासनदियाकिकेंद्रीयमंत्रियोंकाएकउच्चस्तरीयदलप्रदर्शनकारियोंकेबुराड़ीमैदानपहुंचनेकेबादउनसेबातचीतकरेगा।किसानोंके30सेअधिकसंगठनोंकीरविवारकोहुईबैठकमेंकिसानोंकेबुराड़ीमैदानपहुंचनेपरतीनदिसंबरकीतयतारीखसेपहलेवार्ताकीकेंद्रीयगृहमंत्रीअमितशाहकीपेशकशपरबातचीतकीगयी,लेकिनहजारोंप्रदर्शनकारियोंनेइसप्रस्तावकोस्वीकारनेसेमनाकरदियाऔरसर्दीमेंएकऔररातसिंघुतथाटिकरीबार्डरोंपरबितानेकीबातकही।उनकेप्रतिनिधियोंनेकहाकिउन्हेंशाहकीयहशर्तस्वीकारनहींहैकिवेप्रदर्शनस्थलबदलदें।उन्होंनेदावाकियाकिबुराड़ीमैदानएक‘खुलीजेल’है।विपक्षीपार्टियोंनेभीइसबातपरजोरदियाकिसरकारकोकिसानोंकेसाथबिनाशर्तबातचीतशुरूकरनीचाहिए।भारतीयकिसानयूनियन(भाकियू)कीपंजाबइकाईकेअध्यक्षसुरजीतएसफूलनेकहा,‘‘केंद्रीयगृहमंत्रीअमितशाहद्वारारखीगईशर्तहमेंस्वीकारनहींहै।हमकोईसशर्तबातचीतनहींकरेंगे।हमसरकारकेप्रस्तावकोअस्वीकारकरतेहैं।घेरावखत्मनहींहोगा।हमदिल्लीमेंप्रवेशकेसभीपांचरास्तोंकोबंदकरेंगे।’’उन्होंनेकहा,‘‘बातचीतकेलिएशर्तकिसानोंकाअपमानहै।हमकभीबुराड़ीनहींजाएंगे।वहपार्कनहींहैबल्किखुलीजेलहै।’’भारतीयकिसानयूनियन(भाकियू)कीहरियाणाइकाईकेअध्यक्षगुरनामसिंहचाधोनीनेकहा,‘‘हमउनके(सरकार)प्रस्तावकीशर्तकोस्वीकारनहींकरेंगे।हमबातचीतकरनेकोतैयारहैलेकिनअभीकोईशर्तनहींस्वीकारकरेंगे।’’उधर,शनिवारकोबुराड़ीमेंनिरंकारीसमागममैदानपहुंचेकिसानोंनेवहांअपनाप्रदर्शनजारीरखा।केंद्रीयगृहसचिवअजयभल्लानेशनिवारको32किसानसंगठनोंकोभेजेगएपत्रमेंठंडकेमौसमऔरकोविड-19कीपरिस्थितियोंकाहवालादेतेहुएकहाकिकिसानोंकोबुराड़ीमैदानजानाचाहिए,जहांउनकेलिएपर्याप्तइंतजामकिएगएहैं।भल्लानेकहा,''मैंआपसेनिवेदनकरताहूंकिसभीकिसानोंकोलेकरआपदिल्लीकीसीमासेबुराड़ीमैदानपहुंचें,जहांउनकेलिएसभीसुविधाओंकाप्रबंधकियागयाहैऔरवेशांतिपूर्वकअपनाविरोध-प्रदर्शनकरेंतथापुलिसइसकीअनुमतिदेगी।''उन्होंनेकहाकिकिसानोंकीसमस्याओंपरविस्तृतचर्चाकेलिएकेंद्रसरकारनेकिसानोंकेप्रतिनिधिमंडलकोतीनदिसंबरकोआमंत्रितकियाहै।उल्लेखनीयहैकेंद्रीयगृहमंत्रीअमितशाहनेकिसानोंसेबुराड़ीमैदानमेंआकरप्रदर्शनकरनेकीअपीलकीहैऔरकहाकिवेजैसेहीनिर्धारितस्थानपरजाएंगे,उसीसमयकेंद्रवार्ताकोतैयारहै।शाहनेकहाकिकिसानोंकेप्रतिनिधिमंडलकोचर्चाकेलिएतीनदिसंबरकोआमंत्रितकियागयाहै।उन्होंनेकहाकिकुछकिसानसंगठनोंनेतत्कालवार्ताकरनेकीमांगकीहैऔरकेंद्रबुराड़ीकेमैदानमेंकिसानोंकेस्थानांतरितहोतेहीवार्ताकोतैयारहै।प्रधानमंत्रीनेअपने‘मनकीबात’कार्यक्रममेंरविवारकोकहा,‘‘भारतमेंखेतीऔरउससेजुड़ीचीजोंकेसाथनएआयामजुड़रहेहैं।बीतेदिनोंहुएकृषिसुधारोंनेकिसानोंकेलिएनईसंभावनाओंकेद्वारभीखोलेहैं।’’उन्होंनेकहा,‘‘किसानोंकीवर्षोंसेकुछमांगेंथींऔरउन्हेंपूराकरनेकेलिएहरराजनीतिकदलनेकभीनकभीवादाकियाथा,लेकिनवेकभीपूरीनहींहुईं।’’प्रधानमंत्रीनेकहा,‘‘संसदनेकाफीविचार-विमर्शकेबादकृषिसुधारोंकोकानूनीस्वरूपदिया।इनसुधारोंसेनसिर्फकिसानोंकेअनेकबंधनसमाप्तहुएहैं,बल्किउन्हेंनएअधिकारऔरअवसरभीमिलेहैं।इनअधिकारोंनेबहुतकमसमयमेंकिसानोंकीपरेशानियोंकोकमकरनाशुरूकरदियाहै।’’प्रधानमंत्रीनेअपनेसंबोधनमेंकहाकिकिसीभीक्षेत्रमेंलोगोंकेलिए‘सहीजानकारीरखनाऔरअफवाहोंतथाकिसीभीप्रकारकेसंशयसेदूररहना’एकबड़ीताकतहोतीहै।उन्होंनेखेतीकेक्षेत्रमेंअभिनवप्रयोगकररहेकुछकिसानोंकेउदाहरणभीप्रस्तुतकिए।हालांकिकिसाननेताओंनेदावाकियाकिहरियाणाऔरपंजाबसेऔरअधिकप्रदर्शनकारीइसमेंशामिलहोंगे।हरियाणाकेदादरीसेनिर्दलीयविधायकतथा‘सांगवानखाप’केप्रमुखसोमबीरसांगवाननेफोनपर‘पीटीआईभाषा’सेकहाकिहरियाणाकीअनेकखापोंनेकिसानोंकेप्रदर्शनकोसमर्थनदियाहैऔरवेराष्ट्रीयराजधानीकीओरमार्चकरेंगे।भारीपुलिसबलकीमौजूदगीकेबीचकिसानदिल्लीकीसीमाओंपरसरकारकेखिलाफनारेलगाकरअपनाविरोधजतारहेहैं।दिल्लीसिखगुरुद्वाराप्रबंधकसमिति(डीएसजीएमसी)प्रदर्शनकररहेकिसानोंकोभोजनमुहैयाकरारहीहै।प्रदर्शनकारीकिसानोंकेदिल्लीकीतरफबढ़नेकोलेकरपंजाबकेमुख्यमंत्रीअमरिंदरसिंहऔरहरियाणाकेमुख्यमंत्रीमनोहरलालखट्टरकेबीचआरोप-प्रत्यारोपसुननेकोमिले।सिंहऔरउनकीकांग्रेसपार्टीनेकिसानआंदोलनकासमर्थनकियाहैऔरखट्टरसरकारकीआलोचनाकीजिसनेभाजपाशासितहरियाणासेप्रदर्शनकारीकिसानोंकोदिल्लीकीओरबढ़नेसेरोकनेकाप्रयासकिया।खट्टरनेरविवारकोकहाकिअगरकिसानोंकेदिल्लीकेसाथलगीराज्यकीसीमाओंपरएकत्रितहोनेसेकोविड-19महामारीकेहालातबिगड़तेहैंतोवहअमरिंदरसिंहकोजिम्मेदारकोठहराएंगे।उन्होंनेआरोपलगायाकिपूराप्रदर्शनकांग्रेसऔरपंजाबसरकारद्वाराप्रायोजितहै।कृषिकानूनोंपरसरकारपरनिशानासाधतेहुएकांग्रेसनेआरोपलगायाकिसरकार‘सत्ताकेनशेमेंचूर’है।कांग्रेसकेपूर्वअध्यक्षराहुलगांधीनेकिसानोंकेप्रदर्शनकेमुद्देपरसरकारपरहमलाबोलतेहुएआरोपलगाया,‘‘वादाथाकिसानोंकीआयदोगुनीकरनेका,मोदीसरकारनेआयतोकईगुनाबढ़ादीलेकिनअडानी-अंबानीकी!’’उन्होंनेहिंदीमेंट्वीटकिया,‘‘जोकालेकृषिकानूनोंकोअबतकसहीबतारहेहैं,वोक्याख़ाककिसानोंकेपक्षमेंहलनिकालेंगे?अबहोगी‘किसानकीबात’।’’कांग्रेसकेमुख्यप्रवक्तारणदीपसुरजेवालानेयहांपार्टीमुख्यालयमेंसंवाददातासम्मेलनमेंकहा,‘‘भारतके62करोड़किसानोंऔरखेतिहरश्रमिकोंकेमुद्दोंपरप्रधानमंत्रीकीजिद,अहंकारऔरअड़ियलरवैयाआजके‘मनकीबात’मेंउनकेइसबयानमेंस्पष्टदिखाकिसंसदद्वारागैरकानूनीऔरअसंवैधानिकतरीकेसेपारिततीनोंकिसान-विरोधी,कृषिविरोधीकानूनसहीहैं।’’दिल्लीकेमुख्यमंत्रीअरविंदकेजरीवालनेरविवारकोकहाकिनएकृषिकानूनोंकाविरोधकररहेकिसानोंसेकेंद्रकोतत्कालऔरबिनाशर्तबातचीतकरनीचाहिए।सरकारकीपूर्वसहयोगीशिवसेनानेकहाकिकेंद्रकेकृषिकानूनोंकेखिलाफप्रदर्शनकररहेकिसानोंकेसाथ‘आतंकवादियों’कीतरहबर्तावकियाजारहाहै।पार्टीसांसदसंजयराउतनेकहाकिसरकारकोसहानुभूतिकेसाथकिसानोंकीमांगोंपरविचारकरनाचाहिए।पुलिसउपायुक्त(बाहरीदिल्ली)गौरवशर्मानेकहाकिवेकिसानोंकेलिएभोजनऔरअन्यजरूरीचीजेंलेकरजारहेवाहनोंकोजानेकीअनुमतिदेरहेहैं।