शिवराज चाहते हैं चुनाव सुधारों पर आम सहमति

विशेषसंवाददातानईदिल्ली।।मध्यप्रदेशकेमुख्यमंत्रीशिवराजचौहाननेचुनावप्रक्रियासुधारपरआमसहमतिबनानेकेलिएविधायकों,सांसदों,विभिन्नराजनैतिकदलोंऔरसामाजिककार्यकर्ताओंसेसहयोगमांगाहै।चौहाननेइनसभीकोअलग-अलगपत्रलिखेहै।अपनेपत्रमेंचौहाननेभारतीयलोकतंत्रकीगणनाविश्वकेविशाललोकतंत्रकेरूपमेंकरतेहुएसीमाएंभीबताईहैं।उन्होंनेकहाकिआमचुनावोंनेचुनावदरचुनावलोकतंत्रकोसमृद्धऔरमजबूतबनाया।1970तकविधानसभावलोकसभाकेचुनावएकसाथहोतेरहेहैऔरयेदोनोंसंवैधानिकसंस्थाएंअपनापांचवर्षकाकार्यकालपूराकरतीरहीहै।पर1970केबादएकतरफजहांलोकसभावविधानसभाकेचुनावअलग-अलगकरायेजानेलगेवहीविधानसभाऔरलोकसभाकेमध्यावधिचुनावकीस्थितिभीबनी।अपनेखतमेंचौहाननेकहाहैकिलोकसभाऔरविधानसभाओंकेचुनावअलग-अलगहोनेसेचुनावखर्चदुगुनाहोजाताहै,वहींचुनावोंमेंधन-बलकेबढ़तेउपयोगकेकारणकालेधनकीअर्थ-व्यवस्थापनपनेलगीहै।बार-बारचुनावहोनेसेआचारसंहिताकेचलतेजन-कल्याणकेकार्यक्रमोंपरविपरीतअसरपड़ताहैऔरविकासकीरफ्तारमेंरुकावटआतीहै।इसस्थितिमेंचुनावप्रक्रियासुधारकीदिशामेंलोकसभावविधानसभाचुनावएकसाथहोनेऔरदोनोंकाकार्यकालखंडितनहोकरसंविधानसम्मत5वर्षकाहोनेकीबातचौहाननेअपनेपत्रमेंकहीहै।इसीतरहउन्होंनेमुख्यमंत्रीवप्रधानमंत्रीकाचुनावसीधेमतदाताओंद्वाराकियाजानेऔरमान्यताप्राप्तदलोंकेचुनावखर्चकेलिएस्टेटफंडिंगकीव्यवस्थापरभीजोरदियाहै।