नईदिल्ली।।इससालभारतीयगणतंत्रतोअपने60सालपूरेकरहीरहाहै,गणतंत्रकीनींवकेलिएअहमचुनावजैसेकामकेलिएजिम्मेदारचुनावआयोगभीअपने60बरसपूरेकररहाहै।आयोगकीडायमंडजुबलीपरबीते60वर्षोंमेंइसकेयोगदानकीप्रशंसातोहुईहीचुनावप्रणालीमेंव्याप्तगड़बड़ियोंपरभीखुलकरविचाररखेगए।राष्ट्रपतिऔरप्रधानमंत्रीनेमानाकिचुनावकेमामलेमेंभारतकेअन्यदेशोंकेलिएरोलमॉडलबननेकेरास्तेमेंअभीभीकईचुनौतियांबाकीहैं,जबकियूपीएअध्यक्षसोनियागांधीकापूराजोरराजनीतिसेअपराधियोंकोदूररखनेपरथा।नईदिल्लीमेंविज्ञानभवनमेंदेश-विदेशकेमेहमानोंकीमौजूदगीमेंराष्ट्रपतिनेकहाकिभारतकीलोकतांत्रिकविश्वसनीयताप्रभावशालीहै,परअभीभीइसकेसामनेदूसरेदेशोंकेलिएमॉडलबननेकीचुनौतियांहैं।जरूरीहैकिहमचुनावप्रक्रियाकीबाधाओं,गलतआचरणोंऔरकमियोंकेबारेमेंसजगहों।लोकतंत्रकोऔरसाफसुथरा,स्वस्थऔरमजबूतबनानेकेलिएहमेंइनबातोंकोदूरकरनेकेलिएकमिटेडहोनापड़ेगा।प्रधानमंत्रीमनमोहनसिंहकाकहनाथाकिराजनीतिकीतरफयोग्यव्यक्तिबहुतहीकमआकर्षितहोतेहैं।मध्यवर्ग,शिक्षाजगतसेजुड़ेवप्रफेशनललोगबड़ीतादादमेंचुनावप्रक्रियामेंखुलकरभागनहींलेते।वेवोटडालनेतकनहींजाते।चुनावकाकमप्रतिशतहमारीइसप्रजातांत्रिकप्रणालीकोस्वस्थनहींबनाता।कांग्रेसअध्यक्षसोनियागांधीनेचुनावोंमेंधन-बलकेप्रभावकोरोकनेकेलिएकारगरकदमउठानेकीबातकही।उन्होंनेकहाकिआपराधिकछविवालेलोगोंकोचुनावमेंभागलेनेसेरोकनेकीजरूरतहै।हालांकिआयोगकीभूमिकाकोसराहतेहुएउन्होंनेकहाकिभारतीयचुनावप्रबंधव्यवस्थानेदूसरेदेशोंकाध्यानआकर्षितकियाहै।देशकीचुनावप्रक्रियाकीअंतरराष्ट्रीयस्तरपरभीसाखबढ़ीहै।परंपरागतबैलटपेपरसेहटकरइलेक्ट्रॉनिकवोटिंगमशीनोंकाइस्तेमालहोनेलगाहै।इसअवसरपरराष्ट्रपतिनेआयोगकी60वींवर्षगांठसेजुड़ाविशेषडाकटिकटजारीकिया।उपराष्ट्रपतिनेलोकसभाचुनाव-2009पुस्तकजारीकी।