संस,अमृतसर:पूर्वमंत्रीप्रो.लक्ष्मीकांताचावलानेकहाकिपंजाबसरकारक्यायहजानतीहैकिस्कूलोंमेंविद्यार्थियोंकोअध्यापकोंद्वाराशारीरिकदंडदेनाअपराधहैऔरअगरकहींकिसीअध्यापकद्वाराविद्यार्थीकोपीटनेकायाऔरकोईशारीरिकदंडदेनेकासमाचारमिलजाएतोअध्यापककोउसकेलिएदंडितकियाजाताहै।लेकिनआजकलपंजाबसरकारअध्यापकोंकोबुरीतरहपीटरहीहै।क्यादेशकाकानूनयहहैकिअध्यापकबच्चोंकोनपीटें,परसरकारीडंडाअध्यापकोंकोपीटतारहे।जिसतरहसीएमसिक्योरिटीकेएकडीएसपीनेअपनेहाथसेअध्यापकोंकोलाठियांमारीं,जिसतरहवित्तमंत्रीमनप्रीतबादलकीतथाकथितसुरक्षाकेनामपरअध्यापकोंकोपीटागया।यहपंजाबकेलिए,सरकारकेलिए,देशकेलिएशर्मनाकहै।जिनअध्यापकोंकोहमराष्ट्रकेनिर्माताकहतेहैंकिउनकोन्यायऔरउनकाअधिकारदेनेकेस्थानपरअपमानितकियाजाताहै।यहदेशकेभविष्यनिर्माताओंकाअपमानहै।अफसोसहैकियहीसरकारेंपांचसितंबरकोअध्यापकोंकेनामलेकरगुणगानभीकरतीहैंऔरकुछअवार्ड,जिनमेंसेअधिकतरसिफारिशीहैं,अध्यापकोंकोदेतेहैं।