महोत्सव का दूसरा दिन रहा महिला मंगल दलों के नाम

संवादसहयोगी,रुद्रप्रयाग:ब्लाकअगस्त्यमुनिकेबैंरागणामेंचलरहेतीनदिवसीयबच्छणस्यूंमहोत्सवकेदूसरेदिनक्षेत्रीयमहिलामंगलदलोंनेशानदारसांस्कृतिककार्यक्रमोंकीप्रस्तुतियांदी।

बच्छणस्यूंक्षेत्रकेबैरांगनामेंदूसरेदिनकार्यक्रमकीशुरुआतजिलापंचायतअध्यक्षअमरदेईशाहनेकिया।कहाकिदेवभूमिउत्तराखंडअपनीलोकसंस्कृति,सभ्यताऔररीति-रीवाजोंकेलिएदेशहीनहींदुनियामेंविशेषस्थानरखताहै।इसलिए,हमेंअपनीप्राचीनसभ्यताकासंरक्षणकरनाचाहिए।साथहीइसतरहकेआयोजनोंकेजरिएउसेवृहदस्तरपरप्रचारित-प्रसारितभीकरनाचाहिए।इसअवसरपरविशिष्टअतिथिमुख्यविकासअधिकारीएसएसचौहाननेमेलार्थियोंकोकेंद्रवराज्यसरकारकीजनकल्याणकारीयोजनाओंकेबारेमेंजानकारीदी।कहाकि,शासन,प्रशासनवविभागयोजनाओंकेबेहतरक्रियान्वयनकेलिएप्रयासरतहैं।इसमौकेपरमेलासमितिकेअध्यक्षसुरेन्द्रजोशीनेअतिथियोंकास्वागतकरतेहुएआभारव्यक्तकियागया।दूसरेदिनमहिलामंगलदलबणसों,बणगांव,संकरोड़ी,पीपली,नरकोटा,डुंगरा,मरगांव,पाटा,मौजखाल,बरसूड़ीकीमहिलाओंनेपंचनामदेवताओंकेआह्वानकेसाथलोकसंस्कृतिपरआधारितगीत-नृत्यप्रस्तुतकिएगए।पीतकीकुंगलीडोरछिनये,पर्वतजनकठोरभीछिनये,बेटी-ब्वारीपहाड़ोंकी,धरतीहमरागढ़वालकी,औएलछुघरौ,रूमकपड़ीगे,हमउत्तराखंडीछा,आदिगीतोंपरनृत्यकीशानदारप्रस्तुतियांदी।जिसकोअतिथिएवंदर्शकोंद्वाराखूबसराहागया।इसअवसरपरमेलाध्यक्षसुरेन्द्रजोशी,सचिवसोबनसिंह,बुद्धिबल्लभमंमगाई,प्रदीपमलासीसमेतबड़ीसंख्यामेंदर्शकमौजूदथे।