नईदिल्लीसंसदकेमॉनसूनसत्रकेदूसरेदिनकांग्रेसनेभारतऔरचीनकेबीचसीमाविवादपरचर्चाकीमांगकरतेहुएसदनसेवॉकआउटकरदिया।बतायागयाकिकांग्रेससांसदरक्षामंत्रीराजनाथसिंहसेसवालकरनाचाहतेथे।स्पीकरसेअनुमतिनहींमिलनेकेबादकांग्रेससांसदोंनेसदनसेवॉकआउटकरदिया।पार्टीकेनेताओंकाकहनाहैकिसदनकीपरंपराकेअनुसारप्रमुखमुद्दोंपरबहसकीजानीचाहिएलेकिनसरकारउनकेसवालोंसेडरीहुईहै।कांग्रेसनेताअधीररंजनचौधरीनेइंडो-चाइनावारकेवक्तकीयाददिलातेहुएकहाकितबइसमुद्देपरसदनमेंदोदिनलगातारचर्चाहुईथी।चौधरीनेकहाकिहमसंसदकेमॉनसूनसत्रकेपहलेदिनसेभारत-चीनविवादपरचर्चाकीमांगकररहेहैं।जबहमेपताचलाकि(सरकारकेलोग)चर्चाकरनेनहींदेंगेतोहमनेअपनीबातरखनेकाहरसंभवप्रयासभीकिया।चौधरीनेकहाकिकांग्रेसपार्टीचाहतीहैकिसरकारप्रमुखमुद्दोंपरसदनमेंचर्चाकाट्रेडिशनफॉलोकरे।उन्होंनेकहाकिसाल1962मेंअटलबिहारीवाजपेयीभारत-चीनयुद्धपरचर्चाकीमांगकररहेथे।तबतत्कालीनप्रधानमंत्रीजवाहरलालनेहरूइसमुद्देपरदोदिनकीचर्चाकेलिएतैयारहोगएथे।हमचाहतेहैंकिइसपरंपराकापालनहोऔरसरकारभारत-चीनगतिरोधकेमुद्देपरसदनमेंचर्चाकरे।सरकारहमारेसवालोंसेडरतीहैःचौधरीकांग्रेसनेतानेकहाकिरूल190केअंतर्गतमैंनेदोनोटिसदिएथेलेकिनहमारीअपीलपरसुनवाईनहींहुई।सरकारहमारेसवालोंसेडरतीहैइसलिएहमेंचर्चाकीअनुमतिनहींमिली।उन्होंनेकहाकिरक्षामंत्रीनेप्रधानमंत्रीनरेंद्रमोदीकीतारीफकीलेकिनवहहमारेबहादुरसैनिकोंकेलिएप्रस्तावकेदौरानवहगैर-मौजूदक्योंथे?प्रधानमंत्रीअपनेउसबयानसेघबराएहुएहैंजिसमेंउन्होंनेकहाथाकिहमारीजमीनकाएकटुकड़ाभीकिसीकेकब्जेमेंनहींहैऔरकोईहमारेक्षेत्रमेंनहींघुसआयाहै।'मीटिंगहोतीरहतीहै,कोईनतीजानहींनिकलता'चौधरीनेमोदीसरकारपरआरोपलगातेहुएकहाकिइनकी(केंद्रसरकारकी)एककेबादएकमीटिंगतोहोतीहैलेकिनकोईनतीजानहींनिकलताहै।अधीररंजनचौधरीनेमीडियासेबातकरतेहुएकहाकिवहसदनमेंसीमापरतैनातजवानोंकीबहादुरीकेप्रतिसम्मानजतानाचाहतेथेलेकिनसरकारनहींचाहतीकिहमबोलें।उन्होंनेकहाकिहमारीसिर्फएकहीमांगथीकियहदेशहमाराभीहै।यहसिर्फराजनाथसिंहकानहींहै।यहदेशसबकाहै।हमसबचुनेहुएनुमाइंदेहैं।हममांगकररहेथेकिसदनकेअंदरहमेंहमारीमनकीबातकोबोलनेकामौकादियाजाए।गौरवगोगोईनेभीसाधाकेंद्रसरकारपरनिशानाचौधरीकेसमर्थनमेंकांग्रेसनेतागौरवगोगोईनेभीकेंद्रसरकारपरहमलाबोला।गोगोईनेकहाकिहमारेनेताअधीररंजनचौधरीजवानोंकेसाथएकजुटताकासंदेशदेनाचाहतेथे।वहचीनकोभीकड़ासंदेशदेनाचाहतेथेकिवहहमारेधैर्यकीकड़ीपरीक्षानले।लेकिनदुर्भाग्यसेसरकारकोलगताहैकिकेवलवहहीसेनाकेसमर्थनमेंकुछभीबोलसकतीहै।यहभीपढ़ेंःबॉर्डरपरसैकड़ोंसैनिक,गोलाबारूद...रक्षामंत्रीराजनाथसिंहनेसंसदमेंखोलेचीनकेसारेराजराजनाथसिंहनेबताईपूरीकहानीगौरतलबहैकिइससेपहलेमंगलवारकोकेंद्रीयरक्षामंत्रीराजनाथसिंहनेसदनकोचीनीसेनाकीपूरीगतिविधियोंकेबारेमेंबताया।उन्होंनेबतायाकिकिसतरहचीनीसैनिकोंनेयथास्थितिकोबदलनेकीएकतरफाकोशिशकी।सिंहनेबतायाकिअप्रैलमाहसेपूर्वीलद्दाखकीसीमापरचीनकीसेनाओंकीसंख्यातथाउनकेहथियारोंमेंइजाफादेखागया।मईमहीनेकेप्रारंभमेंचीननेगलवानघाटीक्षेत्रमेंहमारेसैनिकोंकेपरंपरागतपैट्रोलिंगपैटर्नमेंरुकावटडालीजिससेफेसऑफकीस्थितिपैदाहुई।रक्षामंत्रीनेकहाकिहमनेचीनकोडिप्लोमेटिकतथामिलिट्रीचैनल्सकेमाध्यमसेयहअवगतकरादिया,किइसप्रकारकीगतिविधियां,यथास्थितिकोएकतरफाबदलनेकाप्रयासहै।यहभीसाफकरदियागयाकियेप्रयासहमेंकिसीभीसूरतमेंमंजूरनहींहै।रक्षामंत्रीनेचीनकीचालोंकाखुलासाकरतेहुएआगेकहा,"एलएसीपरतनावबढ़ताहुआदेखकरदोनोंतरफकेसैन्यकमांडरोंने6जून2020कोमीटिंगकी।इसबातपरसहमतिबनीकिबराबरकार्रवाईकेजरिएडिसएंगेजमेंटकियाजाए।राजनाथनेआगेकहा,"हममौजूदास्थितिकाबातचीतकेजरिएसमाधानचाहतेहैं।हमनेचीनीपक्षकेसाथकूटनीतिकऔरसैन्यबातचीतजारीरखीहै।