नईदिल्ली,11अक्टूबर:देशकीबिजलीकंपनियोंकेसामनेकोयलेकीकिल्लतकेबीचराजधानीदिल्लीमेंआजतीनकेंद्रीयमंत्रियोंकेबीचबैठकहुईहै।केंद्रीयऊर्जामंत्रीआरकेसिंहऔरकोयलामंत्रीप्रल्हादजोशीकेंद्रीयगृहमंत्रीअमितशाहसेमिलेहैं।आरकेसिंहऔरजोशीनेगृहमंत्रालयमेंपहुंचकरअमितशाहकेसाथबैठककी,करीबएकघंटेतकयेबैठकचली।बैठकमेंबिजलीऔरकोयलामंत्रालयऔरएनटीपीसीकेअधिकारीभीमौजूदरहे।
बीतेकईदिनोंसेदेशभरकेथर्मलपावरप्लांटमेंकोयलेकीकमीसेजुड़ीरिपोर्टसामनेआरहीहैं।उत्तरप्रदेशसमेतकईराज्योंमेंभारीबिजलीकटौतीभीदेखनेकोमिलरहीहै।विपक्षीदलोंनेभीकोयलेकीकमीऔरउर्जासंकटकामामलाउठायाहै।जिसकेबादआजयेअहमबैठकहुईहै।हालांकिबैठककोलेकरकोईआधिकारिकबयानअभीसरकारकीतरफसेनहींआयाहै।
कोयलेकेस्टॉककीकमीकामामला
येपूरामामलाकोयलेकेस्टॉकसेजुड़ाहै।आमतौरपरबिजलीकंपनियोंकेपासपहले17दिनकाकोयलास्टॉकमेंरहताथा,जोफिलहाल4दिनकेकरीबआगयाहै।कोयलेकेस्टॉकमेंकमीकोलेकरदिल्लीसरकारकीओरसेकहागयाहैकिदिल्लीकेपाससिर्फदो-तीनदिनोंकाहीकोयलाबचगयाहै।महाराष्ट्रमें7थर्मलपॉवरप्लांटकी13यूनिटबंदहोनेकीबातकहीजारहीहै।पंजाब,तमिलनाडु,राजस्थान,आंध्रप्रदेश,बिहारऔरझारखंडजैसेराज्योंसेभीबिजलीआपूर्तिबाधितहोनेकीबातकहीजारहीहै।
बतादेंभारतमेंबिजलीउत्पादनमेंकरीब70फीसदीकोयला-आधारितथर्मलपॉवरप्लांटकेहीभरोसेहै।ऐसेमेंकोयलाकीकमीकोलेकरसिर्फविपक्षीदलहीनहींइसक्षेत्रकेविशेषज्ञभीचिंताजताचुकेहैं।कईलोगोंनेइसकोलेकरकहाहैकियेसंकटनासुलझातोबिजलीसेचलनेवालीइंडस्ट्रीकोमुश्किलहोसकतीहै।
Coalcrisis:दिवालीसेपहलेदेशपरक्योंछायाहैबिजलीसंकट?पूरामामलासमझिए