पेंशनदायित्वकेबंटवारेकोलेकरबिहार-झारखंडकेबीचकाविवादसुलझनेकानामहीनहींलेरहाहै।बिहारसरकारकहरहीहैकिझारखंडपरपेंशनमदमें4000करोड़सेअधिकबकायाहै,जबकिझारखंडसरकारकहरहीहैयहराशिमेरेहिसाबसेअधिकहै।27अप्रैलकोकोलकातामेंहुईपूर्वीक्षेत्रीयअंतरराज्यीयपरिषदकीबैठकमेंयहमुद्दाएकबारफिरउठा।झारखंडसरकारकेप्रतिनिधिवित्तविभागकेसचिवअजयकुमारसिंहनेकहाकिमामलेकोदोनोंराज्योंकेमहालेखाकारयासीएजीदेखेंऔरराशितयकरें।
भास्करकोउन्होंनेबतायाकिबिहारसरकारजोबकायाबतारहीहै,वहकाफीअधिकहै।बिहारसरकारकावित्तविभाग,इसकोलेकरलगातारझारखंडसरकारकोपत्रभीलिखतारहाहै।जिसमेंपेंशनमदकेबकाएकाजल्दभुगतानकरनेकीमांगकीजातीरहीहै।लेकिन,बार-बारअनुरोधकेबादभीझारखंडसरकारकीओरसेपेंशनदायित्वकीबकायाराशिकाभुगताननहींकियाजारहाहै।
झारखंडनेकहा-बिहारद्वाराबताईजारहीराशिअधिक
साल2000मेंझारखंडकोअलगराज्यबनानेकेलिएसंसदसेपारितराज्यपुनर्गठनअधिनियममें15नवंबर2000तककेदायित्वोंकेबंटवारेकाफॉर्मूलातयकियागयाथा।इसकेतहतउससमयतकसेवानिवृत्तहुएराज्यसरकारकेकर्मचारियोंकीपेंशनराशिकाबंटवाराउससमयदोनोंराज्योंकेकर्मचारियोंकीसंख्याकेअनुपातमेंकरनेकाप्रावधानकियागया।
कईसालतकबिहारसरकारझारखंडसरकारकोहरसालपेंशनमदमेंहोनेवालेखर्चकाब्योराभेजतीरहीऔरझारखंडउसराशिकोस्वीकारकरतेहुएभुगतानकरतारहा।बादमेंबकायाबढ़जानेपरआनाकानीकरनेलगा।उसकेबादझारखंडकेनेताओंनेपेंशनफॉर्मूलेकेबंटवारेपरसवालउठानेशुरूकरदिए।उसेकर्मचारियोंकीसंख्याकेअनुपातकीजगहआबादीकेअनुपातमेंकरनेकीमांगकरनेलगे।
झारखंडसरकारसर्वोच्चन्यायालयगई।सर्वोच्चन्यायालयकीओरसेइसपरनतोरोकलगाईगईहैऔरनहीफैसलादियागयाहै।इसकारणकेंद्रीयगृहसचिवनेदोनोंराज्योंकेमुख्यसचिवोंकीबैठकबुलाकरसर्वोच्चन्यायालयकाफैसलाआनेतकआबादीकेअनुपातमेंझारखंडकोपेंशनदायित्वकाभुगतानकरनेकेलिएसहमतकराया।लेकिनइसकेबादभीझारखंडसरकारबकायाराशिनहींदेरहीहै।
'झारखंडसरकारकोपेंशनमदकीराशिबिहारसरकारकोवापसकरदेनीचाहिए।राज्यबंटवारेकेफॉर्मूलेकेआधारपरजोकर्मचारीयाअधिकारीझारखंडमेंचलेगएउनकादायित्वबिहारसरकारनहीं,झारखंडसरकारकोवहनकरनाचाहिए।झारखंडकेबतौरमुख्यसचिवमैंनेसरकारकोयहसलाहदीथी।'
-वीएसदूबे,पूर्वमुख्यसचिव,बिहारऔरझारखंड