आज भी राजनीतिक चश्मे से ही देखी जा रही नोटबंदी

बेतिया।नोटबंदीकेदोवर्षपूरेहोनेकोहैंपरइसकेलाभ-हानिकाआकलनअबभीराजनीतिकचश्माहीहै।इसीचश्मेकेमाध्यमसेलोगइसकेगुण-दोषकीचर्चाकररहेहैं।कोईनोटबंदीकोलेकरसरकारकी¨खचाईकररहाहैतोकोईसरकारकीइसपहलकीसराहनाकररहाहै।कोईनोटबंदीकोहिन्दुस्तानकेविकासतथाकालाधनवभ्रष्टाचाररोकनेमेंकारगरहथियारमानरहाहै,तोकोईइसेआर्थिकसामाजिकतानेबानेतथाव्यापारकोध्वस्तकरनेवालाकदमबतारहाहै।नोटबंदीकाविरोधकरनेवालेआजभीइसेआर्थिकमंदीकामुख्यकारणबतारहेहैं।पेशहैनोटबंदीपरजिलेकेकुछगणमान्यलोगोंकेविचार:-गलतलोगोंकोहीझेलनीपड़ीपरेशानी

कोआपरेटिवबैंककेपूर्वचेयरमैनवरोटरीक्लबकेचेयरमैनगिरेन्द्रनाथतिवारीनेकहाकिनोटबंदीसेआमलोगोंकोकोईपरेशानीनहींहुई,जिन्हेंहुईभीवहथोड़ेदिनोंकेलिएथे।अबसबकुछसामान्यहै,मगरजोलोगभ्रष्टाचारमेंलिप्तहैऔरकालाधनकोदबाकररखेहैंउन्हेंनोटबंदीकाभूतनहींछोड़रहाहै।नोटबंदीकाफैसलादेशहितमेंथाऔरसरकारनेयहघोषणाकरयहसाबितकरदियाकिजनहितकेमुद्दोंपरवहनिर्णयलेनेमेंकमजोरनहींहै।इससेदेशसेगरीबीमिटानेमेंकाफीमददमिलरहीहै।नोटबंदीकेफैसलोंकेकारणभ्रष्टाचारियोंऔरकालाकारोबारकरनेवालोंपरनकेललगाहै।देशकीआयबढ़नेसेतरक्कीकारास्तासाफहुआहै।खत्महोगयाव्यापार,घटगयारोजगार

राष्ट्रीयजनतादलकेवरीयनेतारणकौशलप्रताप¨सहउर्फगुडडू¨सहकाकहनाहैकिनोटबंदीनेदेशकेव्यापारजगतकोकाफीक्षतिपहुंचाईहै।इससेबेरोजगारीबढ़ीहै।अर्थव्यवस्थापरबुराप्रभावपड़ाहै।आमलोगत्रस्तऔरपरेशानहोरहेहैं।नोटबंदीसेकोईकालाधनबाहरनहींआया,बल्किसरकारकेसंरक्षणमेंरहनेवालोंनेअपनेकालेधनकोइसआड़मेंसफेदजरूरकरलिया।लाखोंलघुउद्योगबंदहोगए,जिससेकरोडोंमजदूरबेरोजगारहोगए।जीएसटीकेनामपरछोटेव्यापारियोंकोपरेशानकियाजारहाहै।पेट्रोल,डीजलवरसोईगैसकेदामदिनवदिनबढ़तेजारहेहैं।विकासदरनिचलेस्तरपरहै।लेकिनहमारेप्रधानमंत्रीअपनेजुमलेबाजीसेनकलीविकासकाढि़ढ़ोरापीटरहेहैं।नोटबंदीसेदेशविरोधीतत्वोंकीटूटीकमर

सामाजिककार्यकर्ताविजयकुमारचौधरीकाकहनाहैकिनोटबंदीदिवसहिन्दुस्तानकेलिएऐतिहासिकदिवसहै।नोटबंदीकेकारणभ्रष्टाचारपरअंकुशलगाहै।इसनेदेशविरोधीतत्वोंकीकमरतोड़दीहै।अमीरीबहुतहदतकखत्महुईहै।नोटबंदीकेपहलेकरीबसवाचारकरोड़लोगइनकमटैक्सकाफार्मभरतेथे।नोटबंदीकेबादअबइनकीसंख्यातीगुनीहोगईहै।देशकेआयबढ़ीहैजिसकानतीजाहैकिलाखोंगरीबोंकेघरबनरहेहै।घरोंमेंशौचालय,रसोईगैससिलेंडरवबिजलीकीसुविधादीजाहीहै।

कॉरपोरेटघरानोंकोखुशकरनेकेलिएलाईगईनोटबंदी

शहरकेप्रसिद्धव्यवसायीवसामाजिककार्यकर्ताजीमनोजकेशानकाकहनाहैकिनोटबंदीकॉरपोरेटघरानोंकोखुशकरनेकेलिएलाईगईथी।इसकाफायदाबड़ेउद्योगपतियोंअंबानी-अडानीजैसेलोगोंकोज्यादामिलाहै।दूसरेशब्दोंमेंकहेंकिकेंद्रकीभाजपापूंजीपतिवकारपरेटघरानेकीसरकारबनकररहगईहै।इनकेइशारेपरमोदीकीसरकारचलरहीहै।नोटबंदीवजीएसटीकेलागूहोनेसेदेशमेंलघुउद्योगबंदहोगयेऔरबेरोजगारीबढ़गईहै।इनहीनीतियोंकेकारणभारतमेंअसमानकारोबारीमाहौलबनगयाहैजोअबराष्ट्रीय¨चताकासबबबनचुकाहै।नोटबंदीसेउत्पन्नविषमऔरभेदभावपूर्णपरिस्थितिकीनैतिकजिम्मेवारीलेनेकेलिएकोईतैयारनहींहै।इससेखेती-किसानीदोनोंचौपटहोगईहैऔरअकुशलमजदूरऔरहुनरमंदकारीगरभीतबाहहोगएहैं।छोटे-मोटेउद्यमियोंऔरकारोबारियोंकीस्थितिभीदयनीयहै।जरूरीथानोटबंदीकाफैसला

शिक्षकमुन्ना¨सहकाकहनाहैकिदेशमेंजिसप्रकारकीस्थितियांबनरहीथीवैसीपरिस्थितिमेंनोटबंदीबहुतजरूरीथा।इससेलोगोंकोथोड़ीपरेशानीजरूरहुई,मगरइसकाअसरतेजीसेअवैधकामकरअमीरबनरहेलोगोंपरजरूरपड़ा।आमआदमीपरइसकाअसरबहुतज्यादानहींपड़ा।बड़ेपैमानेपरनोटोंकीजमाखोरीहोरहीथी।इससेजालीनोटोंकाप्रचलनआमथा।मगर,वास्तविकतायहभीहैकिनोटबंदीकालाभजितनाविकासकार्योंपरनजरआनाचाहिएउतनादिखनहींरहाहै।उम्मीदकीजासकतीहैकिआनेवालेदिनोंमेंनोटबंदीकासकारात्मकरुपदेशकोदेखनेकोमिलेगा।सोशलमीडियापरपुरानेनोटोंकोदीजारहीश्रद्धांजलिसमाजमेंकिसीखासमुद्देपरचर्चाहोऔरसोशलमीडियाउससेअछूतारहे,ऐसाहोनहींसकता।सोशलमीडियानोटबंदीकोपुरानेनोटोंकीदूसरीपुण्यतिथिमनारहाहै।सोशलमीडियाफेसबुकवव्हाट्सएपपरपांचसौऔरहजारकेनोटोंपरमालालगाकरउसकीद्वितीयपुण्यतिथिवालेसंदेशकोलोगखूबशेयरऔरउसपरकमेंटकररहेहैं।कुछलोगश्रद्धांजलिदेरहेहैंतोकुछलोगइसेकोसभीरहेहैं।एकशख्सनेलिखाकियहमरेनहींहैं।येअबभीबेतियाकेकुछनदियोंमेंफेंकेमिलरहेहैं।