जागरणसंवाददाता,करनाल
डीसीविनयप्रतापसिंहनेबतायाकिलोकप्रतिनिधित्वअधिनियम1951कीधारा126केतहतमतदानकेसमयसे48घंटेपहलेचुनावप्रचारबंदहोजाताहै।इससमयमेंकोईभीउम्मीदवारकिसीतरहकीजनसभा,नुक्कड़सभाएंऔररोड-शोनहींकरपाएगा।
उन्होंनेबतायाकिइसअवधिमेंकिसीभीतरहकीचुनावप्रचारसामग्रीकोसिनमेटोग्राफी,टेलीविजनयाअन्यउपकरणोंकेमाध्यमसेप्रदर्शितऔरप्रसारितनहींकियाजासकता।इसकेअलावाकिसीभीविधानसभाक्षेत्रमें48घंटेकीइसअवधिकेदौरानमतदाताओंकोआकर्षितकरनेकीदृष्टिसेसांस्कृतिककार्यक्रम,थियेटरकार्यक्रमवअन्यमनोरंजककार्यक्रमोंकेमाध्यमसेकिसीप्रकारकाचुनावप्रचारनहींकियाजासकता।
प्रत्येकजनसभा,रोड-शोऔरअन्यचुनावीसभाओंमेंलगनेवालेटेंट,कुर्सियां,स्टेज,शामिलहोनेवालेवाहनों,ऐसेकार्यक्रमोंमेंशामिलहोनेवालेलोगोंकेलिएकीजानेवालीजलपानकीव्यवस्थासहितसभीगतिविधियोंकीवीडियोरिकॉर्डिगकराईजारहीहै,जिसकेआधारपरप्रशासनद्वारानिर्धारितदरोंकेअनुसारखर्चकामूल्यांकनकियाजारहाहै।चुनावप्रचारकेदौरानएकप्रत्याशी28लाखरुपयेतकहीखर्चकरसकताहै।निजीसंस्थानोंकोदेनाहोगावैतनिकअवकाश
डीसीनेबतायाकिजिलामेंस्थितसभीदुकानदारोंऔरव्यावसायिकसंस्थानोंपरकार्यकरनेवालेकर्मचारियोंकोअपनेमताधिकारकाप्रयोगकरनेकाअवसरदेनेकेलिएउन्हेंअवकाशदेनाअनिवार्यहै।श्रमऔरसमझौताअधिकारीयहसुनिश्चितकरेंगेकिउसदिनऐसेसंस्थानोंपरकार्यकरनेवालेसभीकर्मचारियोंकोवैतनिकअवकाशकीसुविधामिले।