उन्होंने कहा, 'कुछ तैयारियां करने के लिए लॉकडाउन लगाना सार्थक था, लेकिन यह स्थायी समाधान नहीं हो सकता। हमें इस लॉकडाउन से बाहर आने के लिए समयबद्ध योजना बनानी होगी। प्राथमिकता के आधार पर आर्थिक गतिविधियां शुरू की जाएं। अगले कुछ महीनों के लिए बड़े धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक आयोजनों पर रोक लगी रहे। सभी दफ्तर, कारोबार और बाजारों को खुलने की अनुमति दी जाए।'