यदि कोई एसडीओ रात तीन बजे डिस्पोजल पर जाता है तो जनता के हित की ही बात होगी। देर रात डिस्पोजल पर गया तो ओल्ड हाउसिग बोर्ड में बरसाती पानी भरा हुआ था। कर्मचारियों से यही पूछा कि पानी की निकासी नहीं हो रही है तो सूचना देनी चाहिए थी। कोई तकनीकी खामी थी तो हमें बताया जाता। लेकिन यहां लापरवाही मिली तो कारण पूछा। अब कर्मचारी खुद के बचाव के लिए झूठी कहानी गढ़कर झूठे आरोप लगा रहे हैं।