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जयकारों के बीच महिला संतों की मौजूदगी में संगम पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गंगा पूजन के बाद महिला शंकराचार्य त्रिकाल भवंता ने श्रीसर्वेश्वर महादेव बैकुंठ धाम मुक्ति द्वार अखाड़ा (परी) नामक महिला अखाड़े की घोषणा की. अखाड़े के घोषणापत्र के मुताबिक आदिशक्ति वेदमात्रा गायत्री को अखाड़े की देवी और भगवान दत्तात्रेय को अखाड़े का आचार्य घोषित किया गया.