पहले दिन टीचर्स ने विद्यार्थियों से पूछा कि कैसे हो बच्चो, स्कूल आकर कैसा लग रहा है। बच्चों ने भी टीचर्स को जवाब देते हुए कहा कि ऐसा लग रहा है कि जैसे वह कोई सपना देख रहे हैं। डेढ़ साल बाद स्कूल का मुंह देखा और अपनी कक्षा में बैठकर पढ़ने का मौका मिला है, यह सब एक सपना लग रहा है। आने वाले दिनों में बढ़ेगी बच्चों की संख्या : डीईओ