खगड़िया। माड़र के शंभू कुमार को 35 वर्ष की उम्र में कैंसर हो गया था। उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। शंभू ने टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल मुंबई में उपचार कराया। वहां लंबी जांच प्रक्रिया बाद पता चला कि उन्हें रेक्टम ट्यिूमर (गुदा मार्ग में गांठ, कैंसर) है। इसकी जानकारी बाद शंभू ने अपने मनोबल को बांधा तथा इससे लड़ने का संकल्प लिया। उन्होंने चिकित्सकों के सहयोग, परिजनों की दुआ-आशीर्वाद से कैंसर को मात दे दी। आज शंभू आराम से अमानत(अमीन) का कार्य करते हैं। वे प्राइवेट अमीन हैं। बीच-बीच में उन्हें चेकअप को लेकर मुंबई जाना पड़ता है।