जिला शिक्षा अधिकारी हरपाल सिंह के मुताबिक पहले दिन स्कूलों में बच्चों की संख्या कम रही है। आने वाले दिनों में बच्चों की संख्या पूरी हो जाएगी। इसके लिए लोगों को अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्कूलों का 90 फीसद स्टाफ टीके लगा चुका है। सिंगल डोज लगाने वाले अध्यापक भी स्कूल में बच्चों को पढ़ा सकते हैं। जिन अध्यापकों ने एक भी टीका नहीं लगाया है वे नहीं पढ़ा सकती हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को संक्रमण से बचाने के लिए स्कूल मुखियों को खास ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं। आनलाइन पढ़ाई से बच्चों की आंखों का नुकसान