मंच के संयोजक विजेंद्र मेहरा, मंच के सदस्य भुवनेश्वर सिंह, रमेश शर्मा, राजीव सूद, विक्रम शर्मा, हेमंत शर्मा, मनीष मेहता, अंजना मेहता, रजनीश वर्मा, ऋतुराज, यशपाल, पुष्पा वर्मा, संदीप शर्मा, यादविद्र कुमार व कपिल अग्रवाल ने उच्चतर शिक्षा निदेशक से मांग की है कि वह स्कूल के मामले में हस्तक्षेप करें। अधिसूचना में स्पष्ट किया गया था कि वर्ष 2020 व उसके बाद कोई भी निजी स्कूल अभिभावकों के जनरल हाउस के बिना फीस बढ़ोतरी नहीं कर सकता है। इसके बावजूद डीपीएस स्कूल ने वर्ष 2020 में फीस बढ़ोतरी की। वर्ष 2021 में स्कूल ने ट्यूशन फीस में बढ़ोतरी कर 55 फीसद तक फीस बढ़ा दी। स्कूल प्रबंधन ने नर्सरी व केजी कक्षा की फीस 1900 रुपये से बढ़ाकर 2850 रुपये, पहली से पांचवीं कक्षा तक प्रति माह ट्यूशन फीस दो हजार रुपये से बढ़ाकर तीन हजार रुपये, छठी से आठवीं कक्षा की फीस 2100 रुपये से बढ़ाकर 3250 रुपये तथा नौवीं व दसवीं कक्षा की प्रति माह फीस 2250 रुपये से बढ़ाकर 3500 रुपये कर दी है। इस तरह वार्षिक 12 हजार रुपये से 15 ह•ार रुपये की ट्यूशन फीस बढ़ोतरी की गई है। उन्होंने चेताया कि अगर फीस बढ़ोतरी पर अंकुश न लगाया गया तो आंदोलन तेज होगा।