सपा का साथ छोड़ते ही रामकृपाल के सुर भी बदल गए हैं. उन्होंने कांग्रेस जॉइन करते ही सपर हमला बोलना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी में समाजवाद नहीं है बल्कि परिवारवाद हावी है. वहां पर परिवार के लोगों को ही आगे बढ़ने का मौका मिलता है. उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस के लिए ही अब आगे काम करेंगे और पार्टी की नीतियों को आगे बढ़ाएंगेे. आगामी विधानसभा चुनाव में वे कांग्रेस के हाथ को मजबूत करेंगे. रामकृपाल वर्ष 1996 और 2002 में लगातार दो बार विधायक रहे हैं. रामकृपाल प्रयागराज की मेजा सीट से सीपीएम के टिकट पर लगातार दो चुनाव जीते थे. वे पहले भी कांग्रेस पार्टी में रह चुके हैं.