धारा नगरिया निवासी रघुवर दयाल ने बताया उनकी ग्राम पंचायत धारा नगरिया गांव में जिन ग्रामीणों के शौचालयों का निर्माण पूर्ण दिखाया जा चुका है उनमें से रामबहादुर, सामंत, बृजेश, रघुवर दयाल, दिनेश, धनीराम, दीनदयाल, प्रमोद, जन्मेजय, महेश, विटेला देवी, इंदिरा, राजवीर, संजीव, प्रदीप, रमेश, शिवकुमार, चंद्र प्रकाश, चंद्र भान, संतोष, प्रेमचंद, नेम ¨सह, अजय ¨सह, अर्जुन, शुगर ¨सह, र¨वद्र, रेखा, रानी, मीरा देवी, सत्येंद्र, देशराज, आदेश, राजेश, रामअवतार, दीपू, रामवीर, विजय ¨सह, राम दुलारे के शौचालय अभी तक नहीं बनाए गए हैं। न ही उक्त लाभार्थियों को शौचालय की धनराशि दी गई है। जबकि कागजों पर उक्त सभी ग्रामीणों के शौचालयों को पूर्ण दिखाया जा रहा। अब सवाल ये उठता है कि जब कागजों पर ग्रामीणों के शौचालय बने हुए हैं और धरातल पर कहीं नजर नहीं आ रहे हैं तो आखिर इन शौचालयों को पूर्णनिर्माण किस आधार पर दिया गया और इनकी धनराशि का बंदरबांट किस जगह हो गया। क्योंकि पिछले कुछ दिनों में जिलाधिकारी द्वारा सभी शौचालयों की फोटोग्राफी कराई गई थी। जिसमें कई पंचायतों में फोटोग्राफी में भी खेल किया गया और एक पंचायत के ग्राम पंचायत विकास अधिकारी ने दूसरी ग्राम पंचायत के विकास अधिकारी से सांठगांठ करके दूसरी पंचायत के शौचालयों की फोटोग्राफी करके अपने पंचायत के शौचालयों में फोटोग्राफी दिखाकर शौचालय को संतृप्त दिखा दिया है। रघुवर दयाल ने बताया गांव में 37 लोगों को शौचालय न मिलने के कारण इनकी महिलाएं लाज शर्म को त्यागकर खुले में शौच जाने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने जिलाधिकारी से धारा नगरिया गांव में कराए गए शौचालयों के निर्माण की जांच कराने की मांग करते हुए लाभार्थियों को शौचालय दिलाने की मांग की है। इस संबंध में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष उदयभान ¨सह यादव ने कहा है जनपद में तमाम पंचायतों में शौचालयों का निर्माण कागजों पर पूर्ण दिखाकर संतृप्त कर दिया गया है। जबकि धरातल पर लाभार्थियों को शौचालय नहीं मिले हैं। उन्होंने जिलाधिकारी से इस संबंध में शौचालयों के निर्माण की जांच कराकर जमीनी हकीकत सामने लाने की मांग करते हुए कहा है कि कांग्रेस पार्टी भी गांव-गांव पहुंचकर ऐसे लाभार्थियों को चिह्नित करेगी जिनके शौचालयों को कागजों पर पूर्ण दिखाकर उन्हें शौचालय नहीं दिया गया है।