नशामुक्ति केंद्र को खाली करने को लेकर संबंधित केंद्र को किसी भी तरह का कोई लेटर जारी नहीं किया गया है। विभिन्न तरह के नशा करने वाले चार मरीज 17 मई तक केंद्र में भर्ती थे। जिसमें कई की स्थिति काफी गंभीर थी। अस्पताल प्रशासन के द्वारा मरीज के तीमारदार तक को भी केंद्र खाली करने की सूचना पूर्व में नहीं दी गई थी। जिन मरीजों को सुरक्षा घेरे में रखकर इलाज किया जाता है, उसे जबरन नशामुक्ति केंद्र से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।